Core PHP CRUD with Mysql

Core PHP CRUD with MySQL (Hindi/English)

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Introduction

जितनी भी programming language है, उन सब languages में काम करते वक़्त सबसे पहले शुरुवात से ही हमें सीखना पड़ता हे CRUD का फंडा, जो की सभी जगह logically एक ही तरह से यूज़ होता है। अब इसको हमें Core PHP में MySql यूज़ करते हुए समझना हे, की कैसे CRUD का लॉजिक काम करता है। हम यहां बहुत ही आसानी से CRUD बनाना PHP में MySql की मदद से सीखेगें। अगर आपने अभी तक इस चैनल को सब्सक्राइब नहीं किया है तो, प्लीज सब्सक्राइब करो न्यू videos के लिए और लाइक कमेंट शेयर करना ना भूले, धन्यवाद।

What is CRUD?

चलिए अब हम देखते हैं CRUD क्या है ?

CRUD की फुल फॉर्म CREATE, READ, UPDATE और DELETE है, इसको एक्सप्रेस करने के बाद ही पता चल रहा है की ये normally कुछ terms है जो डिफाइन कर रही है कि किसी भी object को create, read, update और delete  कैसे करेंगे। इसलिए हम यहाँ सीखेंगे CRUD को कैसे बनाया जाता है। CRUD चार तरह के फंक्शन्स होते हे जो चार ऑपरेशन्स हैंडल करते हे जिससे डेटा को रीड, क्रिएट, अपडेट और डिलीट किया जाता है। CRUD में user interface बनाया जाता है जिसमे forms और reports उपयोग करके data को देखने, खोजने और बदलने की सर्विस दी जाती हैं। MySql database में इसकी जग़ह दूसरे terms यूज़ करतें हे, जैसे Create की जग़ह Insert, Read की जग़ह Select, Update की जग़ह Update ही और Delete की जग़ह Delete ही उपयोग करते है। 

CRUDSQL
CreateINSERT
ReadSELECT
UpdateUPDATE
DeleteDELETE

Create:

इसमें डेवलपर को डेटा क्रिएट करने का function बनाना पड़ता हे, जो कि database मे डाटा को insert करता हे।

Read:

जब डेटा सेव हो जाता है तो उस इनफार्मेशन को view करने के लिए Read ऑपरेशन बनाया जाता है, चाहें HTML Table की शक्ल में हो, या फिर report की शक्ल में। Programming Languages में Read View कई तरह से बनता है, जैसे Grid View, List View या Charts View। Read operation में डेटा show कराने के लिए हम बिना किसी structure के भी view करा सकते है।

Delete:

डिलीट ऑपरेशन हमेशा सिर्फ डाटा को डिलीट करने के लिए ही यूज़ होता है इसमें कोई भी डाटा या structure क़ो show नहीं किया जाता है।

Update:

जब डेटाबेस में डेटा क्रिएट या इन्सर्ट हो जाता है, तब उसको update करने के लिए Update ऑपरेशन्स बनाया जाता है। 

CRUD ऑपरेशन में आमतौर पर एक ही समय में single row डाटा को manage किया जाता है, लेकिन इसमें multiple डेटा को एक साथ operate भी किया जा सकता है। इसका मतलब है कि कभी भी CRUD operations में केवल एक ही database table से mapping नहीं किया जाता है, बल्कि multiple tables से रिलेशन भी रह सकता है।

CRUD History:

CRUD वो बेसिक फंक्शन्स हे, जो डेटा रिकार्ड्स को database से ऑपरेट करते हे और database से map होते हे, जिसके ज़रिये इनफार्मेशन का पूरा record database में जाता हैं, की किस तरह नई इनफार्मेशन डालनी हे, edit करनी हे, search करनी हे या पुरानी इनफार्मेशन रिकॉर्ड से हटानी है। कम्प्यूटर साइंस में आम तौर पर CRUD हर जग़ह यूज़ आता हे, जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम के ऑपरेशन्स में जब RAM, हार्ड डिस्क, CD/DVD, Floppy Drive, वगैहरा के डेटा को पढ़ने और उसके अंदर changes करने में ऑपरेटिंग सिस्टम CRUD का इस्तेमाल करता है। ऐसे ही बहुत सी जग़ह कंप्यूटर साइंस में CRUD का यूज़ होता आया है, बाद में इसको कंप्यूटर scientists ने CRUD term में तब्दील कर दिया। 1983 में James Martin ने अपनी book “Managing the Data-base Environment” में CRUD का term लिखा, जिससे दुनिया भर में ये term मशहूर हुआ था। इसके बाद 1990 में Haim Kilov ने एक लेख़ लिखा “From semantic to object-oriented data modelling” जिसमे उन्होंने CRUD operations मेंशन किया था। इसके बाद हर प्रोग्रामिंग languages में इसका उपयोग होता आ रहा है और जब भी कोई नई programming language बनती है तो CRUD लॉजिक उसमें होता है।

Let’s Code:

अब हम देखते है की कैसे Core PHP में CRUD को बनाया जाए, एक example से हम आगे बढ़ते है। जैसे हमें students का रिकॉर्ड रखना है उसके लिए हम लेंगे 6 बेसिक columns:

  1. ID: इसको identity कहेंगे जिसमें स्टूडेंट की unique id होगी जो दूसरे स्टूडेंट्स से अलग होगी। 
  2. Student Name: जो भी स्टूडेंट का नाम होगा इसमें रिकॉर्ड रखा जाएगा। 
  3. Father Name: इसमें स्टूडेंट के पिता का नाम रखा जाएगा। 
  4. Class: इसमें स्टूडेंट की क्लास का रिकॉर्ड होगा। 
  5. Contact Number: इसमें फ़ोन नंबर होगा। 
  6. Address: और इसमें स्टूडेंट का पता होगा। 

अब हम स्टूडेंट्स के रिकॉर्ड की fields को database के नज़रिए से देखते हे। ये इसलिए ज़रूरी हे क्योकि हम जब database में table बनाएंगे तब इसको डिफाइन करना होगा। Database में डेटा को manage करने के लिए datatypes और range/length होते हे, हर database language में अलग़-अलग़ तरह के datatypes और उसके साथ में range/length होते हे। हम यहाँ MySql डेटाबेस यूज़ करेंगे जैसा की ब्लॉग/वीडियो का टॉपिक हे। MySql एक relational database management system (RDMBMS) हे जो की Structure Query Language यूज़ करता हे, इसके साथ ही open source भी हे जिसे कोई भी freely यूज़ कर सकता हैं और इसमें कोई भी डेटाबेस प्रोग्रामर new addon भी कर सकता हैं।

  1. ID: इसको हम int datatype देंगे और इसकी 11 range/length देंगे और इसके साथ ही हम इसमें AUTO_INCREMENT एक्स्ट्रा एट्रिब्यूट को भी सेट करेंगे, जब भी कोई रिकॉर्ड इन्सर्ट होगा तब उस समय लास्ट id रिकॉर्ड के मुताबिक इसमें 1 प्लस add करके रख़ा जाएगा। और इसके साथ Primary Key एट्रिब्यूट भी सेट करेंगे जिससे id को unique identification पर रखा जाएगा जिससे कभी भी डुप्लीकेट स्टूडेंट की id इन्सर्ट नहीं होगी। 
  2. Student Name: इसको varchar datatype और 200 range/length रखेंगे। 
  3. Father Name: इसको भी student name की तरह रखेंगे । 
  4. Class: इसको भी student name और father name के जैसा रखेंगे । 
  5. Contact Number: इसको bigint datatype और 11 range/length देंगे। 
  6. Address: इसमें हम सिर्फ text datatype ही रखेंगे और range/length को null value देंगे। 

PHPMyAdmin:

PhpMyAdmin एक प्रोजेक्ट है जो कि MySQL को यूज़ करने के लिए बनाया गया है जिसको PHP के code में develop किया गया है। इसमें आपको MySQL की queries लिखनी नहीं पड़ती है क्योकि इसमें एक GUI interface मिलता हे और ये MySQL को इस्तेमाल के लिए easy कर देता है बाकि आप इसमें MySQL queries भी रन कर सकते है और अब PHPMyAdmin के latest version में आप console से भी mysql queries execute कर सकते है। अब हम इसको ब्राउज़र मे ओपन करते हे। ये PHPMyAdmin का interface है, जिसमे आपको लेफ्ट साइड में आपको tables दिखाई देगी जिसको treeview में दिखाया गया है, इसके साथ में राइट साइड की विंडो में database और tables की डिटेल्स show होती है जिसके ज़रिये से आप इसमें work कर सकते है। 

चलिए अब हम एक new database create करते है। इसके लिए हमें databases टॉप में यहाँ पर click करना है, लोडिंग होने के बाद यहां पर MySql के सारे database शो करेगा। अब न्यू डेटाबेस बनाने के लिए हम यहां पर डेटाबेस का नाम टाइप करेंगे जो की है db1, इसका collation हम डिफाइन करेंगे utf8_general_ci, utf8 को यूज़ इसलिए कर रहे हे क्योकि इससे हम english करैक्टर कि जग़ह कोई दूसरी language के करैक्टर को भी यूज़ कर सकते हैं। अब यहाँ पर हम एक नई table create करेंगे उसका नाम student रखेंगे उसके साथ no of columns मे 6 columns लेंगे ओर go पर क्लिक करेंगे। अब यहाँ नई window ओपन होगी जिसमें हमें table की डिटेल देनी होगी जो की 6 columns पर निर्भर होगी। सबसे पहले हम id     

CRUD Testing:

Comming Soon…

Conclusion:

CRUD एक नेचुरल टर्म हे जो हर जग़ह ज़िन्दगी में यूज़ होती है इसलिए जब भी कोई प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखें तो उसको चाहिए की वो CRUD के फंडे को अच्छी तरह सें समझें नहीं तो वो programming language वो जो सीख़ रहा हे उसके दिमाग़ कि समझ से बाहर होगी और वो ज़्यादातर गलतियाँ करता जाएगा।

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About the author

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I'm a Web Developer
My name is Muslim Ahmad. I have experience in developing a real-time web application, complex front-end and back-end management systems, I have worked on mostly mathematical & scientific solution applications and experience in crypto-currencies exchange wallets development. All my projects based on PHP in conjunction with other modern web technologies.
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